रीवा | विगत दिनो संजय द्विवेदी उर्फ रॉक और उसके मुख्य गवाह प्रशांत मेंटल पर हुए जानलेवा हमले के मुख्य शूटरों की फोटो वायरल हो गयी है बताया जा रहा है कि सिविल लाईन थाना अंतर्गत गुप्ता पेट्रोल पम्प के पास हुए ताबड़तोड़ फायरिंग से पूरे शहर में सनाका फ़ैल गया | तीन मिनट हुई इस फायरिंग में पुलिस को 16 खोखे मिले |
वायरल फोटो किसकी है अभी ये जाँच का विषय है | बाइक सवार इन युवकों के सम्बं में किसी को सूचना मिले तो रीवा पुलिस के अधिकारी य सिविल लाइन थाना प्रभारी से सम्पर्क कर सूचित करे !
स्मोंटी सिंह और उसके साथियों पर आरोप
पुलिस को दिये बयान में संजय द्विवेदी रॉक और उसके साथी हिमांशु मिश्रा ने स्मोंटी सिंह, पप्पू यादव, भानू सिंह, पिन्टू सिंह, विकास सिंह टेम्पो, स्मोंटी के छोटे भाई विकास सिंह पर हमला करने का आरोप लगाया है। फिलहाल इनके बयान के आधार पर सिविल लाइन पुलिस ने उपरोक्त आरोपियों के विरूद्ध धारा 307 एवं 25, 27 आर्म्स एक्ट का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस आरोपियों की पता साजी में सरगर्मी से लग गई है। खबर लिखे जाने तक कोई आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ था।
दूसरी बार हुआ हमला
संजय द्विवेदी रॉक पर जानलेवा हमले का यह दूसरा मामला है। इसके पहले न्यायालय में पेशी के दौरान भाड़े के शूटरों ने फायरिंग की थी। जिसमें रॉक बाल-बाल बच गया। इस मामले मेें वहां मौजूद वकीलों ने दो युवकों को गिरफ्तार किया था। जिनका संबंध यूपी के इलाहाबाद से था। इस बार के हमले में भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि भाड़े के शूटर बुलाये गये थे। सिविल लाइन पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। मौके पर मौजूद एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया है कि फरार बदमाशों में से एक हाथ में गोली लगी है।
दोनों तरफ से हुई फायरिंग
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया गया है कि मौके पर दोनों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग हुई है। करीब तीन मिनट तक गोली बारी के बाद आरोपी बाइक में सवार होकर भाग गये। हालांकि सिविल लाइन पुलिस ने दोनों तरफ से फायरिंग होने का कोई प्रमाण नहीं होने की बात कही है। साथ ही यह हवाला दिया है कि दूसरे पक्ष से कोई सामने नहीं आया है। लिहाजा क्रास फायरिंग जैसी वारदात समझ से परे है। घटना स्थल पर ताबड़तोड़ फायरिंग का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नेशनल हाइवे में लगे डिवाइडर के समीप रखे पुलिस के स्टापर को गोली पार कर बाहर निकल गई है। यही नहीं वहां मौजूद एक पेड़ की डाल एवं समीप रखी हनुमान जी की प्रतिमा में भी गोली लगने के निशान पाये गये हैं।
गवाह को मारने की थी योजना
घटना के वक्त संजय द्विवेदी रॉक के साथ मौजूद प्रशांत तिवारी मेंटल ने बताया कि आरोपी उसे मारने आये थे। दरअसल स्मोंटी सिंह व उसके साथियों के विरूद्ध न्यायालय में हमला के मामले में प्रशांत मेंटल प्रमुख गवाह है। माना जा रहा है कि गवाह को मारने के लिए योजना थी। लेकिन बीच में हिमांशु नामक युवक आ गया। जिससे आरोपियों का निशाना चूक गया। प्रशांत मेंटल की मानें तो उसने खुद को कार की सीट के नीचे छिपाकर जान बचाई है। प्रशांत मेंटल के इस बयान में कितना दम यह तो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सामने आयेगा।
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