रीवा। शादी के 17 साल बाद कोई पत्नी सिर्फ इसलिए पति को तलाक दे सकती है कि उसकी डिग्री व्यावसायिक नहीं और उसके पास सरकारी नौकरी नहीं है। यह सुनकर आश्चर्य तो होगा लेनिक घटना एकदम सच है। परिवार परामर्श केंद्र में शुक्रवार को बैकुण्ठपुर थाना अंतर्गत डेल्ही गांव के शिवदास द्विवेदी के साथ उनकी पत्नी ने कुछ ऐसा ही किया। पति द्वारा कराए गए बीएससी नर्सिंग के कोर्स की बदौलत उनकी पत्नी शशि द्विवेदी को यूपी के चित्रकूट में नर्स की सरकारी नौकरी मिल गई। जिसके बाद उन्होंने पति की बीकॉम की डिग्री को बेकाम बताते हुए तलाक की अर्जी दे दी। लाख समझाने पर भी जब वह नहीं मानी तो परिवार परामर्श केंद्र ने दोनों का अलगाव करा दिया। दोनों का विवाह साल 2000 में हुआ था और उनका 12 साल का एक बेटा भी है। जिसे पत्नी शशि अपने साथ ले गई। अब शिवदास करेंगे भगवत भजन तीन महीने तक परिवार परामर्श केन्द्र के सामने शिवदास अपनी पत्नी शशि से बेटे के भविष्य का हवाला देकर मिन्नतें करता रहा। परिवार टूटने की दुहाई देता रहा, लेकिन पत्नी नहीं पिघली। आखिरकार परिवार परामर्श केन्द्र ने शुक्रवार को दोनों पक्षों को अलग कर दिया। अलगाव मिलते ही शिवदास के आंखों में आंसू आ गए। बेटे से दूर जाने का गम उनके आंसू बयां कर रहे थे। जाते समय शिवदास का कहना था कि अब पत्नी ने तो साथ छोड़ दिया इसलिए वैराग्य धारण कर भगवान की सेवा करूंगा। इस तरह टूटा शिवदास का परिवार शिवदास द्विवेदी बैकुण्ठपुर थाना अंतर्गत डेल्ही गांव के रहने वाले हैं। उनका विवाह सन् 2000 में चित्रकूट निवासी अमित मिश्रा की पुत्री शशि से हुआ था। शादी के 5 साल बाद शिवदास को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इस दौरान शशि को बीएससी नर्सिंग का कोर्स शिवदास ने ही कराया। कोर्स पूरा होते ही शशि को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी मिल गई। नौकरी मिलते ही शशि के हाव-भाव बदलने लगे। ससुराल न आना, शिवदास को चित्रकूट पहुंचने पर तत्काल घर भेज देना, ताने मारना व बेटे से पिता को दूर करने जैसी बातें होने लगीं। जब शिवदास बेटे के प्रति अपना लगाव व दावेदारी की बात की तो मामला महिला थाने पहुंच गया। जहां से मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले को परिवार परामर्श केन्द्र भेजा गया। शशि ने नहीं किया सहयोग पूरे प्रकरण में समझाइश दे रहे महिला काउंसलर द्वय सलमा खान एवं राखी खरे ने संयुक्त रूप से बताया कि समझाइश की बात शिवदास स्वीकार कर रहा था, लेकिन शशि ने किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया।
तो इसलिए हुआ रीवा में गैंगवार कुख्यात बदमाशों ने दाना दन चलाई गोलियां पुलिस के हाथ लगे सिर्फ गोलियों के खोखे || REWA NEWS
अफरा-तफरी के बीच जान बचा भागे राहगीर, गोली लगने से एक गुट के दो बदमाश घायल, घटना स्थल से कार और खोखे जब्त रीवा। शहर के सिविल लाइन थाना से चंद कदम दूर स्थित महाराजा होटल के पास सोमवार दोपहर हुए गैंगवार से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है। तीन मिनट के घटनाक्रम ने न केवल खाकी के प्रभाव पर सवालिया निशान लगा दिया है बल्कि आम जनता स्वयं की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है। सोमवार दोपहर तकरीबन साढ़े 3 बजे अचानक कार और बाइक सवार युवकों में गैंगवार शुरू हुआ। दोनों तरफ से पिस्टल निकाल कर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। इस गोली बारी में एक पक्ष के दो लोग घायल हुए हैं। हर घटना की तरह इस घटना में भी पुलिस तब मौके पर पहुंची जब गैंगवार समाप्त हो चुका था। आरोपी भाग चुके थे और घायल इलाज के लिए एसजीएमएच पहुंच चुके थे। पुलिस ने न केवल मौके वारदात से डेढ़ दर्जन से अधिक खोखे बरामद किए हैं। साथ ही घायल के बयान के आधार पर चार लोगों के खिलाफ धारा 307 का मामला दर्ज किया है। पुलिस अपराध कायम कर चिंहित लोगों की तलाश में जुट गई है। इन पर दर्ज हुआ मामला घायल संजय द्विवेदी रॉक व हि...
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