सरकार ने तैयार किया ई गिरदावरी एप, प्रशिक्षण के लिए भोपाल गया अमला
रीवा।
जमीन एवं फसलों की जानकारी को नई तकनीक से जोड़ने के लिए तैयार किए गए ई गिरदावारी एप के आगामी समय में बेहतर परिणाम दिखेंगे। इस एप के चालू हो जाने पर मैदानी स्तर पर काम करने वाले पटवारियों की कार्रवाई को एक क्लिक से किसान सहित आलाधिकारी देख सकेंगे। बढ़ते राजस्व प्रकरणों और किसानों की समस्या को देखते हुए प्रदेश सरकार ने नेट पर इस नई तकनीक का फारमेट तैयार किया है। जिससे किसान अपनी जमीन और खेती की स्थिति को देख सकेंगे। बताया जा रहा है कि पटवारी जो भ्रमण करते थे उनके इस कार्य को गिरदावरी राजस्व विभाग नाम दिए हुए है और उसी पर यह फारमेट तैयार किया गया है।
भोपाल में ले रहे प्रशिक्षण
ई गिरदावरी एप का प्रशिक्षण लेने के लिए भोपाल में मास्टर ट्रेनर्स को तैयार किया जा रहा है। रीवा जिले से 16 मास्टर ट्रेनर्स को भेजा गया है जिनके द्वारा जानकारी एकत्र की जाएगी कि इस एप को कैसे अपलोड करना है और लोग इसे किस तरह से देख सकेंगे। भोपाल में ट्रेनिंग लेने वाले मास्टर ट्रेनर्स जिला स्तर पर एवं ब्लाक स्तर पर इसका प्रशिक्षण देंगे। जिससे पूरा राजस्व अमला इस एप को चला सके। इसका प्रशिक्षण किसानों को भी राजस्व विभाग द्वारा दिया जाएगा।
एप में होगी यह जानकारी
बताया जा रहा है कि तैयार किए गए ई गिरदावरी एप में पटवारियों द्वारा किए जाने वाले अपने हल्का क्षेत्र के कार्यो का पूरा फार्मेट तैयार किया जाएगा। जिसमें किसान के जमीन का रकवा, बोनी की स्थिति एवं रवि एवं खरीफ फसल सहित गर्मी के सीजन में की जाने वाली खेती की स्थिति की जानकारी उसमें फीड की जाएगी। जिससे किसान एवं अधिकारी इस एप को खोलकर जानकारी ले सकेंगे।
ई गिरदावरी एप का प्रशिक्षण भोपाल में मास्टर ट्रेनर्स को दिया जा रहा है। जिससे एप तैयार करने का उद्देश्य मैदानी स्तर पूरा हो सके। एक क्लिक करने पर पूरी जानकारी किसान सहित अधिकारी एवं अन्य सभी को उपलब्ध हो जाएगी।
-केके पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर रीवा
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