टॉयलेट और गंदगी से संक्रामक बीमारी का खतरा, शिक्षकों के पत्र के बावजूद ध्यान नहीं दे रहे जिम्मेदार
रीवा. शासकीय प्राथमिक विद्यालय गढ़ की रसोई के बगल में टॉयलेट और मेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। शिक्षकों के विरोध के बावजूद बाजार सहित विद्यालय के आसपास स्वास्थ्यकेन्द्र और मेडिकल स्टोर द्वारा मेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। जिससे नौनिहालों की थाली में परोसे जा रहे मध्यान्ह भोजन में मक्खियां मंडरा रहीं हैं। रसोई के बगल में गंदगी के चलते अभिभावकों को बच्चों में संक्रमक बीमारियां फैलने का भय है।
शिक्षक-बच्चे परेशान
जिले के मनगवां-चाकघाट हाइवे पर गढ़ थाने के निकट स्थित शासकीय प्रथामिक विद्यालय गढ़ परिसर में रसोई के बगल में टॉयलट किया जा रहा है। कचरा का ढेर जमा हो गया है। यहां रुकने वाली हर बस के यात्री, राहगीर सहित आसपास के स्वास्थ्य केन्द्र का मेडिकल वेस्ट सहित घरों से निकलने वाला कचरा फेंका जा रहा है। परिसर में गंदगी और बद्बू से शिक्षक और बच्चे परेशान हैं।
फरिसर में फेंका जा रहा
हेडमास्टर ने बताया कि कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। लंबे समय से यह समस्या बनी हुई है। पूरे विद्यालय की रंगाई कर दी गई है, सफाई की जा रही है। लेकिन यहां पर यात्रियों के टॉयलेट किए जाने सहित परिसर में कचरा फेंके जाने से जीना दुश्वार हो गया है। आप यकीन नहीं करेंगे। विद्यालय परिसर पूरी तरह कचरा यार्ड बना हुआ है। यहां से आप मुंह पर बगैर कपड़ा रखे निकल नहीं सकते हैं।
बीमारियां होने की आशंका
रसोइया ने बताया कि बच्चों को भोजन परोसने के दौरान कचरा की मक्खियां मंडराने लगती हैं। अभिभाव शिवकुमार साकेत सहित शिक्षा समिति के सदस्यों ने बताया कि कचरा से बच्चों में संक्रामक बीमारियां होने की आशंका बनी रहती है।
गुणवत्ताहीन पकाया जा रहा मध्यान्ह भोजन
प्राथमिक विद्यालय शाला गढ़ में कल्यानी समूह के द्वारा 85 बच्चों को भोजन दिया जा रहा है। शुक्रवार दोपहर 12.10 बजे विद्यालयों की रसोई में एक किलो आलू, तीन टमाटर, जिसमें एक टमाटर सड़ा हुआ था, चार हरी मिर्ची बर्तन में रखकर रसोइया सब्जी काट रही थी। चावल पकाने के लिए धुल कर रखा था। स्कूल परिसर में मौजूद कई अभिभावकों ने बताया कि मध्यान्ह भोजन बनाने में सुबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
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