रीवा | नगर में लम्बे समय से लोडिंग वाहनों से निर्माण सामाग्री के अलावा अन्य सामान का लापरवाही से परिवहन किया जा रहा है। इससे कई बार हादसे भी हो चुके हैं। वहीं सड़क पर पैदल चलने वाले राहगीरों के साथ दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इसके बाद भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
गौरतलब है कि शहर में बढ़ते यातायात के बीच वाहनों से सामाग्रियों का लापरवाही पूर्वक परिवहन बड़े हादसे का सबब बन सकता है। छोटे व बड़े लोडिंग वाहनों में बिल्डिंग मटेरियल से लेकर पाइप या फिर अन्य बड़ी सामाग्रियां इस तरह से ले जाई जा रहीं है कि कभी भी हादसे हो सकते हैं। इसको लेकर यातायात अमला भी उदासीन दिख रहा है। यही कारण है कि ऐसे वाहनों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। नगर में मुख्य बाजार से लेकर सड़क तक यह वाहन सामग्रियों का परिवहन करते हुए आसानी से देखे जा सकते हैं। कई बार तो इनमें क्षमता से अधिक वजन भर लिया जाता है। इससे वाहन पलटने की भी संभावना रहती है। इससे सड़क पर चलने वाले आम लोगों की भी जान जोखिम में बनी रहती है। इसके बाद भी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
छोटे वाहन भी पीछे नहीं
बड़े वाहकों पर तो अमले ने ओवर लोडिंग की कार्रवाई की है, लेकिन छोटे वाहन शहर के मध्य ही धड़ल्ले से ओवरलोड सामग्री भरकर परिवहन कर रहे हैं। इन छोटे वाहनों में क्षमता से अधिक सामान ओवरलोड कर ले जाया जा रहा है।
बड़े वाहकों पर तो अमले ने ओवर लोडिंग की कार्रवाई की है, लेकिन छोटे वाहन शहर के मध्य ही धड़ल्ले से ओवरलोड सामग्री भरकर परिवहन कर रहे हैं। इन छोटे वाहनों में क्षमता से अधिक सामान ओवरलोड कर ले जाया जा रहा है।
अभियान में औपचारिकता
उल्लेखनीय है कि चैकिंग अभियान के दौरान भी ऐसे वाहनों को नजर अंदाज किया जाता है। इससे भी इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनमें सामान अधिक भरा होने के बाद भी चालक इन्हें बाजार में तेज रफ्तार से दौड़ाते हैं। भारी वाहनों पर नहीं रोक नगर में भारी लोडिंग वाहनों के कारण यातायात बाधित होता है। इसके बावजूद यह वाहन मुख्य बाजार तक में प्रवेश कर रहे हैं। इससे बाजार में आए दिन जाम की स्थिति बनती है। नगर के संजय सिंह ने बताया कि भारी वाहनों का प्रवेश बंद हो जाएगा तो समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि चैकिंग अभियान के दौरान भी ऐसे वाहनों को नजर अंदाज किया जाता है। इससे भी इन पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इसमें सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनमें सामान अधिक भरा होने के बाद भी चालक इन्हें बाजार में तेज रफ्तार से दौड़ाते हैं। भारी वाहनों पर नहीं रोक नगर में भारी लोडिंग वाहनों के कारण यातायात बाधित होता है। इसके बावजूद यह वाहन मुख्य बाजार तक में प्रवेश कर रहे हैं। इससे बाजार में आए दिन जाम की स्थिति बनती है। नगर के संजय सिंह ने बताया कि भारी वाहनों का प्रवेश बंद हो जाएगा तो समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
अनदेखी पड़ सकती है भारी
शहर में ट्रैफिक के बीच रिक्शा, आॅटो, मोपेड, पिकअप आदि वाहनों से सामग्रियों का किया जा रहे परिवहन ने दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ा दी है। मुख्य मार्ग पर यातायात सुरक्षा को लेकर खुलेआम होती अनदेखी पर अब तक अमला उदासीन रवैया बनाया हुआ है।
शहर में ट्रैफिक के बीच रिक्शा, आॅटो, मोपेड, पिकअप आदि वाहनों से सामग्रियों का किया जा रहे परिवहन ने दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ा दी है। मुख्य मार्ग पर यातायात सुरक्षा को लेकर खुलेआम होती अनदेखी पर अब तक अमला उदासीन रवैया बनाया हुआ है।
लाल कपड़ा बांधा जाए
नगर से ट्रैक्टर-ट्रालियों में लोहे के सरिए भरने के बाद इसका आधा हिस्सा ट्राली से सड़क पर लटकता हुआ जाता है। इससे पीछे चलने वाले लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं। जबकि नियम यह है कि सरिए भरने के बाद सरियों से लाल कपड़ा बांधा जाए। इसका कुछ दिन अमल हुआ, लेकिन फिर से वहीं स्थिति निर्मित हो गई है।
नगर से ट्रैक्टर-ट्रालियों में लोहे के सरिए भरने के बाद इसका आधा हिस्सा ट्राली से सड़क पर लटकता हुआ जाता है। इससे पीछे चलने वाले लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं। जबकि नियम यह है कि सरिए भरने के बाद सरियों से लाल कपड़ा बांधा जाए। इसका कुछ दिन अमल हुआ, लेकिन फिर से वहीं स्थिति निर्मित हो गई है।
ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई कर चालान भी काटे जाते हैं। अब जिन छोटे वाहनों में ओवरलोडिंग हो रही है। उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
नृपेंद्र सिंह, यातायात सूबेदार
नृपेंद्र सिंह, यातायात सूबेदार
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