रीवा। बदवार में बन रहे एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट के शुरू होने में भले ही निर्माण कार्य से अड़चनें पैदा होने लगी थी। परन्तु अप्रैल माह से सोलर प्लांट में 50 मेगावाट बिजली का उत्पादन होना शुरू हो जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार सोलर प्लेट लगाने वाली तीन कम्पनियों में से महिन्द्रा 50 मेगावाट बिजली का उत्पादन करना शुरू कर देगी। जिसे पावर ग्रीड के माध्यम से नेशनल ग्रीड तक भेजा जाएगा।
बदवार मेगा सोलर प्लांट में जल्द ही बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार होली के छुट्टी के बाद महिन्द्रा की सोलर प्लेटें लगनी शुरू हो जाएगी। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल तक सोलर प्लांट से 50 मेगावाट बिजली का उत्पादन होने लगेगा। हालांकि महिन्द्रा कम्पनी के लिए बनाये जा रहे सब स्टेशन की शुरूआत कुछ हफ्तों पहले ही हुई है। जिसको पूरा होते-होते आठ से नौ महीने और लग जायेंगे। बावजूद इसके महिन्द्रा कम्पनी तेजी से सोलर पैनल लगाने के लिए पाइलिंग काम पूरा कर चुकी है। मगर अभी सोलर पैनल फिट करने के लिए फ्रेम लगाये जा रहे हैं। जिस पर सोलर प्लेट फिट किए जायेंगे।
तीनों यूनिट में 750 मेगावाट का लक्ष्य
एशिया के सबसे बड़े बदवार सोलर प्लांट से 750 मेगावाट बिजली बनाई जाएगी। जिसका 80 प्रतिशत दिल्ली मैट्रो रेल के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार बाकी 20 प्रतिशत बिजली रीवा एवं आसपास के ग्रामीण इलाकों में कम दामों में पर सप्लाई की जाएगी।
एशिया के सबसे बड़े बदवार सोलर प्लांट से 750 मेगावाट बिजली बनाई जाएगी। जिसका 80 प्रतिशत दिल्ली मैट्रो रेल के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। मिली जानकारी के अनुसार बाकी 20 प्रतिशत बिजली रीवा एवं आसपास के ग्रामीण इलाकों में कम दामों में पर सप्लाई की जाएगी।
यूनिट तीन में कलेक्ट होगी महिन्द्रा की बिजली
गौरतलब है कि सब स्टेशन वन को पूरी तरह से तैयार हो जाने में 7 से 8 महीने लगने की संभावना है। ऐसे में महिन्द्रा कम्पनी द्वारा लगाये जा रहे सोलर पैनल द्वारा इकट्ठा हुई बिजली को स्प्रीरिंग कम्पनी की यूनिट थर्ड में कलेक्ट किया जाएगा।
गौरतलब है कि सब स्टेशन वन को पूरी तरह से तैयार हो जाने में 7 से 8 महीने लगने की संभावना है। ऐसे में महिन्द्रा कम्पनी द्वारा लगाये जा रहे सोलर पैनल द्वारा इकट्ठा हुई बिजली को स्प्रीरिंग कम्पनी की यूनिट थर्ड में कलेक्ट किया जाएगा।
दिल्ली मैट्रो के लिए होगी सप्लाई
स्प्रीरिंग की यूनिट थर्ड में एकत्रित महिन्द्रा द्वारा उत्पादित 50 यूनिट बिजली को पावर ग्रीड में भेजा जाएगा। जो उस बिजली को नेशनल ग्रीड तक सप्लाई करेंगे। जिससे दिल्ली मैट्रो रेल दौड़ेगी।
स्प्रीरिंग की यूनिट थर्ड में एकत्रित महिन्द्रा द्वारा उत्पादित 50 यूनिट बिजली को पावर ग्रीड में भेजा जाएगा। जो उस बिजली को नेशनल ग्रीड तक सप्लाई करेंगे। जिससे दिल्ली मैट्रो रेल दौड़ेगी।
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