रीवा। मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में महा जनसुनवाई का आयोजन किया गया। आईजी उमेश जोगा के निर्देशन में शहर में पुलिस व्यवस्था में सुधार के लिए नित नये प्रयोग हो रहे हैं। उसी कड़ी में महा जनसुनवाई पुलसिंग को बेहतर बनाने की दिशा में एक नवाचार है।
मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई की तुलना में इस जनसुनवाई के दौरान पहली बार जिले के समस्त थाना प्रभारी और क्षेत्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया था। इस जनसुनवाई का उद्देश्य पीड़ितों को मौके पर ही समस्या का निराकरण करना था। जिसमें अलग-अलग थानों से करीब 20 लोग अपनी शिकायत लेकर पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार से मिले।
प्रदेश में पहली बार होने वाली इस तरह की जनसुनवाई में विभिन्न थाना क्षेत्र से आए पीड़ितों को एसपी से मुलाकात कराई गई। एसपी द्वारा मौके पर ही संबंधित थाना प्रभारी को बुलाकर प्रकरण की पूरी जानकारी ली गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। हालांकि कुछ प्रकरणों में पीड़ितों द्वारा थाना प्रभारियों पर ही जांच को लेकर गंभीर आरोप लगाये गये और थाना प्रभारी द्वारा जांच सही ढंग से नहीं करने की बात कही। जिस पर एसपी ने गंभीर प्रकरणों पर जांच की कमान दूसरे अधिकारी को सौंप दी। हालांकि पूरी महा जनसुनवाई के दौरान आवेदकों को संबंधित थाना प्रभारी बाहर ही मैनेज करने का प्रयास करते रहे। कुछ आवेदकों को थाना स्तर पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन देकर एसपी कार्यालय के बाहर से ही थाना प्रभारियों द्वारा रवाना कर दिया।
प्रदेश में पहली बार होने वाली इस तरह की जनसुनवाई में विभिन्न थाना क्षेत्र से आए पीड़ितों को एसपी से मुलाकात कराई गई। एसपी द्वारा मौके पर ही संबंधित थाना प्रभारी को बुलाकर प्रकरण की पूरी जानकारी ली गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। हालांकि कुछ प्रकरणों में पीड़ितों द्वारा थाना प्रभारियों पर ही जांच को लेकर गंभीर आरोप लगाये गये और थाना प्रभारी द्वारा जांच सही ढंग से नहीं करने की बात कही। जिस पर एसपी ने गंभीर प्रकरणों पर जांच की कमान दूसरे अधिकारी को सौंप दी। हालांकि पूरी महा जनसुनवाई के दौरान आवेदकों को संबंधित थाना प्रभारी बाहर ही मैनेज करने का प्रयास करते रहे। कुछ आवेदकों को थाना स्तर पर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन देकर एसपी कार्यालय के बाहर से ही थाना प्रभारियों द्वारा रवाना कर दिया।
मंगलवार को हुई महा जनसुनवाई को प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है। एसपी के मुताबिक इस तरह की जनसुनवाई बीच-बीच में चलती रहेगी। जिससे थाना स्तर तक प्रकरणों को लेकर उनके त्वरित निदान का मैसेज थाना प्रभारियों तक जाये।
एसपी ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा
महा जनसुनवाई में मृतक मनीष पटेल की मां भी फरियाद लेकर पहुंची। उन्होंने एसपी से सही ढंग से जांच नहीं होने की बात कही। इसके साथ ही जांच की रफ्तार धीमी होने पर भी कड़ा विरोध जताया। एसपी को दिये गये आवेदन में मृतक की मां ने सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच के अहम बिन्दु शामिल साक्ष्यों को पुलिस द्वारा प्रभावित किया जा सकता है। इसलिए जांच से जुड़े सभी साक्ष्यों को उपलब्ध कराया जाए। एसपी ने मामले की जांच एएसपी रीवा आशुतोष गुप्ता को सौंपते हुए विधि अनुसार जांच की बात कही। गौरतलब है कि समान थाना अंतर्गत हुए मनीष पटेल हत्याकाण्ड में एक उपनिरीक्षक पर भी आरोप लगा है।
महा जनसुनवाई में मृतक मनीष पटेल की मां भी फरियाद लेकर पहुंची। उन्होंने एसपी से सही ढंग से जांच नहीं होने की बात कही। इसके साथ ही जांच की रफ्तार धीमी होने पर भी कड़ा विरोध जताया। एसपी को दिये गये आवेदन में मृतक की मां ने सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि जांच के अहम बिन्दु शामिल साक्ष्यों को पुलिस द्वारा प्रभावित किया जा सकता है। इसलिए जांच से जुड़े सभी साक्ष्यों को उपलब्ध कराया जाए। एसपी ने मामले की जांच एएसपी रीवा आशुतोष गुप्ता को सौंपते हुए विधि अनुसार जांच की बात कही। गौरतलब है कि समान थाना अंतर्गत हुए मनीष पटेल हत्याकाण्ड में एक उपनिरीक्षक पर भी आरोप लगा है।
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