रीवा।
शिल्पी प्लाजा के पेंशनर कार्यालय में रविवार को शहनाई की धुन सुनकर हर कोई चकित रह गया। यहां आदर्श विवाह के तहत दो सगी बहनें वैदिक मंत्रोचार के बीच परिणय सूत्र में बंधी। उन्हें घर के सदस्यों के साथ-साथ उपभोक्ता उत्थान संगठन और पेंशनर समाज के लोगों ने आशीर्वाद देकर विदाई की। बताया जा रहा है कि ज्ञानवती चतुर्वेदी और शिवानी चतुर्वेदी दो सगी बहने हैं। उनका विवाह कराने के लिए उपभोक्ता उत्थान एवं जन कल्याण समिति ने संकल्प लिया था। जिसके तहत पेंशनर कार्यालय में वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
ज्ञानवती के लिए पंकज और शिवानी के लिए मनीष वरण करने अपने परिवार के साथ पहुंचे जहां इस विवाह समारोह के आयोजनकर्ताओं के द्वारा बुलाएं गए पंडित के मंत्रोच्चार के बीच रीति-रिवाज के साथ विवाह के सभी कार्यक्रम पूरे कराए गए हैं। इस विवाह समारोह को लेकर उत्साह जैसा माहौल रहा।
एक-एक लाख का उपहार दिया
परिणय सूत्र में बंधकर अपने नए जीवन की शुरूआत करने जा रही ज्ञानवती और शिवानी को घर गृहस्थी बनाने के लिए समिति के पदाधिकारियों और पेंशनर समाज के लोगों ने जन सहयोग से राशि एकत्रित कर एक-एक लाख रुपए दिए। उसमें से खरीदे गए गृहस्थी के सामान उपहार के रूप में दिए गए हैं। समिति के लोगों ने बताया कि उपहार दिए जाने की परम्परा अपने यहां वर्षो से रही है। इसके पीछे लड़की पक्ष के लोगों की एक सोच होती है कि बेटी अपने नए घर में पहुंचे तो उसे घर गृहस्थी बसाने के लिए किसी तरह की समस्या न हो और इसी उद्देश्य के तहत दोनों पुत्रियों को उपहार के रूप में राशि और गृहस्थी के सामान दिए गए हैं।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
इस आदर्श विवाह के साक्षी उपभोक्ता उत्थान एवं जन कल्याण समिति की ममता नरेन्द्र सिंह, डॉ.मनमोहन सिंह, देवेन्द्र सिंह, शिवशंकर दीक्षित सहित समिति के पदाधिकारी और पेंशनर समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे। साधारण परिवार में जन्मी दोनों बहनों के विवाह को लेकर समिति द्वारा लिए गए निर्णय और हुए आदर्श विवाह को लेकर उपस्थित लोगों ने प्रशंसा करते हुए कहा कि अब जरूरत है कि इस तरह से आदर्श विवाह आयोजित किए जाएं। जिससे बढ़ती दहेज प्रथा के इस दौर में सामान्य परिवार के घर के पुत्र-पुत्रियों का विवाह भी धूमधाम के साथ हो सके।
उपभोक्ता उत्थान संगठन ने किया आदर्श विवाह का आयोजन
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