प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कांग्रेसी हुए गिरफ्तार ;मंत्री के इशारे पर काम करने पुलिस पर लगा रहे थे आरोप || REWA NEWS
घंटों कमिश्नरी के सामने बनी रही तनाव की स्थिति, भारी पुलिस बल बुलाया गया
रीवा। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन और हंगामे के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच भारी संख्या में पुलिस बल स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बुलाई गई। पूर्व से घोषित कार्यक्रम के तहत सुबह ११ बजे मानस भवन के पास कांग्रेसी एकत्र हुए और जमकर नारेबाजी की। शहर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रैली भी निकाली। बढ़ते हंगामे को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाला और आश्वस्त किया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ कोई अन्याय नहीं होगा।
मंगू के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ता
शहर कांग्रेस के अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू के नेतृत्व में जिले भर से आए कार्यकर्ता रैली में शामिल हुए। मंगू ने कहा कि कुछ दिन पहले उन्हें गिरफ्तार करने के लिए जिले भर की पुलिस लगाई गई थी, वह बाहर थे इस कारण यह हवा भाजपा द्वारा फैलाई गई कि मैं छिप रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं कोई अपराधी नहीं हूं, राजनीतिक और सामाजिक व्यक्ति हूं। पता चला इस कारण पुलिस के सामने स्वयं पेश हो रहा हूं। मंगू ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते चेतावनी भी दी कि सत्ताधारी दल के नेताओं के इशारे पर चलेंगे तो स्थिति भयावह हो सकती है। जनता के आक्रोश को संभाल पाना उनके लिए मुश्किल होगा।
सैकड़ों कार्यकर्ता हुए गिरफ्तार
कमिश्नरी के सामने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीआईजी को ज्ञापन सौंपा और उसके बाद गिरफ्तारी दी। हंगामा मचा रहे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए कई बसें पुलिस ने बुलवाई थी। उन्हीं बसों में भरकर शहर के बाहर इन्हें ले जाया गया। कुछ कार्यकर्ताओं को कालेज चौराहे के पास स्वामी विवेकानंद पार्क में छोड़ दिया गया।
अभय मिश्रा नहीं पहुंचे
जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्रा और शहर कांग्रेस अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू के नेतृत्व में २७ जून को प्रदर्शन का ऐलान किया गया था। लेकिन अभय मिश्रा कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। बताया गया कि वह भोपाल में ही पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करने के लिए रुक गए हैं। अन्य कार्यक्रमों में गुटबाजी में नजर आने वाले सभी गुटों से नेताओं ने उपस्थिति दर्ज कराई।
एक दिन पहले प्रदेश भर की सुर्खियों में रहे नीलम और अभय मिश्रा
जिला पंचायत के अध्यक्ष अभय मिश्रा और उनकी विधायक पत्नी नीलम मिश्रा एक दिन पहले पूरे प्रदेश में रानीतिक सुर्खी में रहे। देवास जा रहे अभय को स्थानीय पुलिस ने रोका तो हंगामा मच गया। कांग्रेस के नेताओं के साथ ही पंचायती राज संगठन के प्रतिनिधियों ने हंगामा मचाया तो विधायक नीलम विधानसभा में धरने पर बैठ गई। आनन-फानन में गृह मंत्री को जवाब देना पड़ा कि बदले के भाव से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पूरे दिन चले इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद रीवा में कार्यकर्ताओं ने बड़ा प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है।
प्रदर्शन की घोषणा पहले कर दी थी
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बिन्द्रा प्रसाद ने पहले ही २७ जून को सुबह ११ बजे मानसभवन के पास धरना प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया था। अभय मिश्रा एवं शहर कांग्रेस अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू सहित अन्य नेता गिरफ्तारी देने की बात कही थी। इन पर सेमरिया थाने की पुलिस पर हमला कराए जाने का आरोप है। कांग्रेस अब इसका राजनीतिक फायदा उठाने की तैयारी में है। जिस तरह से सेमरिया में आदिवासी युवक की मौत के बाद जांच की मांग कर रहे नेताओं पर एफआईआर दर्ज किया गया है, उसे यह साबित किया जाएगा कि भाजपा और मंत्री के इशारे पर राजनीतिक बदले के लिए यह सब किया जा रहा है। कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने बयान जारी कर कहा है कि विरोध की आवाज भाजपा सरकार को पसंद नहीं है।
कांग्रेस ने पूछे पांच सवाल
गिरफ्तारी देने पहुंचे शहर कांग्रेस के अध्यक्ष गुरमीत सिंह मंगू ने डीआईजी से भी वह पांच सवाल पूछे, जो उन्होंने एक दिन पहले मंत्री से पूछे थे। साथ ही आरोप लगाया है कि सत्ता के मद में चूर होकर मंत्री और पुलिस के अधिकारी लोकतंत्र की मर्यादाओं को भी भूलते जा रहे हैं। इन सवालों में प्रमुख रूप से लक्ष्मण बाग में १५० गायों की मौत पर शिकायतों के बाद भी जांच नहीं होने का कारण पूछा गया है। सांसद द्वारा बनकुइयां सड़क मार्ग में जाम किए जाने के बाद प्रकरण दर्ज नहीं करने, धार्मिक भावना भड़काने वाला आडियो जारी होने के बाद कार्रवाई नहीं होने, बीते महीने कलेक्ट्रेट गेट के सामने सांसद एवं जनपद पंचायत अध्यक्ष केपी त्रिपाठी द्वारा सड़क जाम किए जाने पर मुकदमा दर्ज नहीं होने, सिरमौर चौराहे में सब्जी व्यापारियों पर हमला कराए जाने के मामले में जांच नहीं होने का कारण पूछा गया है।
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