रीवा। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में पहली बार पुराछात्र सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तय योजना के तहत गुरुवार को संबंधित कमेटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में आयोजन की तिथि सहित अन्य कई निर्णय लिए गए।
18 व 19 जुलाई की तिथि निश्चित
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव के निर्देश पर सम्मेलन के आयोजन को लेकर गुरुवार से तैयारी शुरू कर दी गई है। आयोजन के लिए 18 व 19 जुलाई की तारीख तय हुई है। बैठक के दौरान प्राध्यापकों ने निर्णय लिया कि सम्मेलन में न केवल विश्वविद्यालय के बल्कि महाविद्यालयों के उन छात्रों को आमंत्रित किया जाएगा, जो देश-विदेश में महत्वपूर्ण पदों पर पदस्थ हैं।
सम्मानित किए जाने की योजना
पुराछात्र सम्मेलन के दो दिवसीय आयोजन में पुराछात्रों को सम्मानित किए जाने की योजना भी है। बैठक में उपस्थित प्रो. रहस्यमणि मिश्रा, प्रो. एनपी पाठक, प्रो. अंजली श्रीवास्तव, प्रो. एपी मिश्रा, प्रो. सुनील तिवारी, प्रो. मृणाल श्रीवास्तव, प्रो. नविता श्रीवास्तव, प्रो. अतुल पांडेय, प्रो. सुनील तिवारी सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे। आयोजन को लेकर इन सभी के द्वारा बनाई गई रणनीति के तहत सम्मेलन में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ अन्य गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
कई दिनों तक चलेगी गतिविधि
वैसे तो पुराछात्र सम्मेलन के लिए केवल दो दिन का समय निर्धारित किया गया है। लेकिन दो दिवसीय मुख्य आयोजन के पहले भी कई कार्यक्रमों का आयोजन होगा। पूर्व आयोजन में विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के नियमित छात्र प्रतिभाग कर सकेंगे। आयोजन समारोह की तैयारी के मद्देनजर होंगे।
दीक्षांत समारोह के आयोजन की भी तैयारी
पुराछात्र सम्मेलन के साथ ही विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह के आयोजन की भी तैयारी है। राज्यपाल की ओर से इस बावत आदेश भी जारी किया गया है। राज्यपाल के आदेश के बाद विश्वविद्यालय के कुलपति ने प्रोफेसरों की एक कमेटी बनाकर तैयारी शुरू करने का निर्देश भी दे दिया है। अधिकारियों के मुताबिक पुराछात्र सम्मेलन के बाद दीक्षांत समारोह की तिथि भी घोषित कर दी जाएगी।
Comments
Post a Comment