ग्वालियर. जीवाजी यूनिवर्सिटी की अध्ययनशाला में संचालित एमबीए कोर्स की 7 ब्रांचों में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा देने के बाद छात्रों ने ग्रुप डिस्कशन व पर्सनल इंटरव्यू में भाग लिया। इंटरव्यू देने आए छात्रों से प्रोफेसरों ने पूछा कि देश के राष्ट्रपति कौन है? इस पर राजस्थान से आए कुछ छात्रों ने अशोक गहलोत नाम बताया। कुछ छात्राें ने लोकसभा की स्पीकर का नाम सुषमा स्वराज बताया। मानव संसाधन विकास मंत्री का नाम छात्रों ने कपिल सिब्बल बताया। कई छात्र प्रदेश की राज्यपाल, केंद्र सरकार में वित्त मंत्री और रक्षा मंत्री का नाम नहीं बता पाए। छात्रों के जवाब सुनकर इंटरव्यू लेने वाले प्रोफेसरों ने माथा पकड़ लिया। हालांकि देश के प्रधानमंत्री का नाम सभी छात्रों ने सही बताया। ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू 10-10 नंबर का था।
लिखित परीक्षा 364 ने दी, जीडी व इंटरव्यू में 284 छात्र शामिल हुए: एमबीए की 7 ब्रांच में प्रवेश के लिए 519 छात्रों ने आवेदन किया था लेकिन प्रवेश परीक्षा में 364 छात्र ही शामिल हुए। ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू में छात्रों की संख्या घटकर 284 रह गई। 80 छात्रों ने लिखित परीक्षा में शामिल होने के बाद भी ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू में भाग नहीं लिया। इससे एमबीए की 265 सीटें भरना मुश्किल है। एमबीए व एमएससी में प्रवेश के लिए दस्तावेज का सत्यापन सोमवार को गालव सभागार में सुबह 9:30 बजे से किया जाएगा। जबकि प्रवेश प्रक्रिया मंगलवार को आयोजित होगी। एमएससी के तीन ब्रांच की 85 सीटों में प्रवेश के लिए 76 छात्रों ने परीक्षा दी है।
अतिथि विद्वानाें के चयन में देरी, जेयू में 15 जुलाई से नहीं लग पाएंगी क्लास ग्वालियर
जीवाजी यूनिवर्सिटी की अध्ययनशाला में यूजी के बाद पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए प्रक्रिया 5 जुलाई तक पूरी हो जाएगी। लेकिन 15 जुलाई से सभी कोर्स की नियमित रूप से क्लास नहीं लग पाएंगी। इसका कारण अतिथि विद्वानों के चयन में देरी होना है। जेयू ने 60 कोर्स में लगभग 150 अतिथि विद्वानों का चयन करने के लिए 9 जुलाई तक आवेदन मंगवाए हैं। इसके बाद जेयू इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू करेगी। इस तरह 20 जुलाई से पहले सभी विभागों में अतिथि विद्वानों का चयन नहीं हो पाएगा। इससे ऐसे कोर्स की क्लास नहीं लग पाएंगी, जिसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। जेयू के अफसरों का दावा है कि छात्रों का सिलेबस समय पर पूरा कराने के लिए 15 जुलाई से क्लास लगाई जाएंगी। लेकिन अतिथि विद्वानों के अभाव में क्लास लगने में देरी होगी। यदि जेयू प्रशासन ने तेजी दिखाई तो ही 20 जुलाई तक सभी कोर्स के लिए अतिथि विद्वानों का चयन हो पाएगा।
सितंबर में होगी आंतरिक परीक्षा
जेयू की अध्ययनशाला में यूजी व पीजी कोर्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों की आंतरिक परीक्षा सितंबर के पहले सप्ताह में आयोजित होगी। यदि क्लास देरी से लगी तो छात्राें का सिलेबस पूरा नहीं होगा। इससे आंतरिक परीक्षा कराने की तारीख विभागाध्यक्षों को बढ़ानी पड़ेगी, जिसका असर सेमेस्टर परीक्षा में आएगा।
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