2008 से अस्तित्व में आई सेमरिया विधानसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है. सेमरिया । 2008 से अस्तित्व में आई सेमरिया विधानसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट रही है, लेकिन क्या इस बार भी यहां भाजपा कमल की फसल लहलहा पाएगी? सवाल इसलिए क्योंकि यह सीट पूर्व विधायक अभय मिश्रा की बदौलत भाजपा की मानी जाती रही है। अभय मिश्रा अब भाजपा का साथ छोड़ कांग्रेस के साथ हैं। लिहाजा अब यहां के समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। साम, दाम, दंड, भेद में माहिर अभय मिश्रा के न रहने पर यह सीट चुनावी दंगल का रूप ले चुकी है। जंगल व जमीन के मामले में धनी सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण का दबदबा रहा है। यही कारण है कि दो पंचवर्षीय से एक ही परिवार में पति- पत्नी बतौर विधायक रह चुके हैं। क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य व सड़क की समस्या अन्य विधानसभा की तरह ही हैं। टिकट बंटवारे के साथ ही चुनावी समीकरण स्पष्ट दिखाई देगा। टिकट वितरण ही यहां जीत की आधारशिला रखेगा। यह सीट अभय मिश्रा के परिवार से निकालना विपक्ष के दलों को मुश्किल साबित हो सकती है। ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र होने के साथ ही अनुसूचित जाति जनजाति ...
रीवा। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्र्वविद्यालय भवन के निर्माण के लिए 60 करोड़ रूपये की राशि मंजूर की गई है। इसके लिए मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड को निर्माण एजेंसी निर्धारित कर दिया गया है। सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में उद्योग तथा खनिज मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने अधिकारियों को भवन निर्माण क े संबंध में निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता विश्र्वविद्यालय भवन का निर्माण शीघ्र प्रारंभ करायें। इसक े लिए निर्धारित समय-सीमा में उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूरा करायें। यह विश्र्वविद्यालय विन्ध्य क्षेत्र ही नहीं पूरे प्रदेश के लिए बड़ी सौगात होगी। उद्योग मंत्री ने अधिकारियों से भवन निर्माण के तकनीकी पक्षों की जानकारी ली। बैठक में उपायुक्त हाउसिंग बोर्ड एमके साहू, आयुक्त नगर निगम आरपी सिंह तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।